हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार,तेहरान हौज़ा-ए-इल्मिया के प्रमुख हज़रत हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन रहीमी सादिक़ ने कहा कि धार्मिक शिक्षा केंद्रों को समाज में फैली बुराइयों और समस्याओं को दूर करने के लिए मुख्य केंद्र बनना चाहिए उन्होंने यह बात तेहरान के प्रसिद्ध धार्मिक स्कूल हज़रत अब्दुल अज़ीम हसनी अ.स. में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा।
तेहरान प्रांत की सभी सामाजिक समस्याओं का अध्ययन किया गया है और उन्हें अलग-अलग इलाकों और जिलों के हिसाब से चिन्हित किया गया है।अब इन समस्याओं को दूर करने के लिए धार्मिक छात्रों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा।
पिछले कुछ सालों में, खासकर पहली पंचवर्षीय योजना में तेहरान के धार्मिक शिक्षा केंद्रों की संख्या और गुणवत्ता दोनों में बढ़ोतरी हुई है। उच्च स्तर की कक्षाओं (दरस-ए-ख़ारिज) और परामर्श केंद्रों की संख्या भी बढ़ाई गई है।
रहीमी सादिक़ ने कहा कि धार्मिक शिक्षा केंद्रों को अपने इलाके की ताकत और कमजोरियों को पहचानकर उन्हें दूर करने का प्रयास करना चाहिए।उन्होंने कहा,हमारा मानना है कि हौज़ा (धार्मिक शिक्षा केंद्र) एक ऐसा स्थान होना चाहिए जो समाज की हर समस्या को समझे और उसे सुलझाने की कोशिश करे।
तेहरान के धार्मिक शिक्षा केंद्रों में काम करने के लिए पर्याप्त लोग हैं और यहाँ काफी संभावनाएं मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों को भी इन संस्थानों की क्षमता पर भरोसा करना चाहिए और उनका साथ देना चाहिए।
तेहरान धार्मिक शिक्षा संस्थान के प्रमुख ने जोर देकर कहा कि धार्मिक शिक्षा केंद्र न केवल धार्मिक शिक्षा देने का काम करें, बल्कि समाज की समस्याओं को दूर करने में भी अहम भूमिका निभाएं। उन्होंने सरकार और प्रशासन से भी इन संस्थानों को सहयोग देने की अपील की।
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